कविताओं में अटलजी की स्मृतियां: जनता पार्टी टूटी तो लिखा- गीत नहीं गाता हूं; भाजपा बनी तो लिखा- गीत नया गाता हूं
अटल बिहारी वाजपेयी को कविता विरासत में मिली थी। उनके पिता कृष्ण बिहारी वाजपेयी भी कवि थे। उनकी कविताओं में राष्ट्र या राजनीति के स्तर पर उपजे हालात का जिक्र होता था या कभी नाराजगी, हौसला और खुशी झलकती थी। जनता पार्टी जब बिखरी, तब उन्होंने ‘गीत नहीं गाता हूं’ कविता लिखी थी। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की स्थापना पर कविता लिखी- ‘गीत नया गाता हूं’। भास्कर उनकी कुछ चुनिंदा कविताओं के अंश प्रस्तुत कर रहा है।
आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
from दैनिक भास्कर https://ift.tt/2PbKGix
लेबल: दैनिक भास्कर
0 टिप्पणियाँ:
एक टिप्पणी भेजें
सदस्यता लें टिप्पणियाँ भेजें [Atom]
<< मुख्यपृष्ठ