विदेशी मीडिया में अटलजी : अमेरिका ने कहा- हिंदू राष्ट्रवाद के चेहरे नहीं रहे तो पाकिस्तान ने बताया शांति का सच्चा दूत
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी अब हमारे बीच में नहीं रहे। गुरुवार शाम 5 बजकर 5 मिनट पर उन्होंने दिल्ली एम्स में आखिरी सांस ली। अटलजी 11 जून से अस्पताल में भर्ती थे और पिछले 36 घंटों से लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर थे। अटलजी एक ऐसे नेता थे, जिन्हें न सिर्फ भारत में बल्कि विदेशों में काफी पसंद किया जाता था। यही वजह था कि दुनिया को चकमा देकर पोखरण में परमाणु परीक्षण करने के बाद भी भारत के संबंध बाकी देशों से नहीं बिगड़े।
आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
from दैनिक भास्कर https://ift.tt/2PhweWo
लेबल: दैनिक भास्कर
0 टिप्पणियाँ:
एक टिप्पणी भेजें
सदस्यता लें टिप्पणियाँ भेजें [Atom]
<< मुख्यपृष्ठ