गुरुवार, 16 अगस्त 2018

अटल बिहारी वाजपेयी: एक भावुक राजनेता का जाना

अटलजी। एक कवि। एक ओजस्वी वक्ता। एक ईमानदार, स्वच्छ और अटल, किंतु भावुक राजनेता। बारह बार के सांसद। दस बार लोकसभा। दो बार राज्यसभा। 1957 से शुरू हुई संसदीय राजनीति में जब भी संसद नहीं पहुंचे, विपक्ष ने भी अंतर्मन से पूछा- अटलजी कहां हैं? अबकी बारी, अटल बिहारी। यह नारा भारत का बच्चा-बच्चा जानता है। अटलजी के साथ यह नारा भी शायद अनंत में खो गया है।

आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें

from दैनिक भास्कर https://ift.tt/2nJIYso

लेबल:

0 टिप्पणियाँ:

एक टिप्पणी भेजें

सदस्यता लें टिप्पणियाँ भेजें [Atom]

<< मुख्यपृष्ठ